सोशल लॉगिन क्या है? फेसबुक लॉग इन | What is Social Login?
सोशल लॉगिन (Social Login) एक ऐसी ऑप्शन है जिसकी हेल्प से आप किसी भी नयी वेबसाइट पर नए सिरे से रजिस्ट्रेशन करने की बजाए पहले से सोशल नेटवर्क जैसे कि Facebook, Instagram, Twitter पर शेयर की हुई इनफार्मेशन से Login कर सकते हो. इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको फिर से अपना name, Age, email id भरने की जरुरत नहीं पड़ती.
आपने कई वेबसाइट्स पर लॉगिन करते समय सोशल लॉगिन (Social Media login) को देखा भी होगा, उनमें गूगल अकाउंट से लॉगिन करने के साथ साथ सोशल एकाउंट्स (Facebook, Instagram, Twitter ) से लॉगिन करने की ऑप्शन होती है. Gmail या किसी भी email id की सहायता से रजिस्ट्रेशन (sign up) करने में समय ज्यादा लगता है और कई बार ऐसा भी होता है के यूजर उस वेबसाइट से चला ही जाता है. ऐसे यूजर को अपनी वेबसाइट के साथ बांधे रखने के लिए सोशल लॉगिन ऑप्शन काफी लाभदायक है. इसके इलावा अपनी वेबसाइट पर सोशल लॉगिन लगाने के और भी कई बड़े फायदे हैं जिन्हे हम विस्तार में आपको बताएंगे लेकिन अभी के लिए आपको एक उदाहरण से समझाते हैं.
मान लीजिये के अपने कोई भी इमेज एडिटिंग वेबसाइट पर इमेज एडिटिंग के लिए जाना है और वहां पर वो एडिटिंग का काम आप 5 या 7 मिनट में कर सकते हैं, जैसे कि वेबसाइट का बैनर बनाना या ब्लॉग इमेज बनाना. और अगर वो वेबसाइट उस 5 मिनट के काम के लिए आपको शुरुआत से रजिस्ट्रेशन करने को कहे तो आपको कम से कम 10 मिनट रजिस्ट्रेशन के लिए फ़ालतू लगाने पड़ेंगे. और सब लोग शायद इतना टाइम नहीं निकल पाते और साइट से निकल जाते हैं. इस बोरिंग प्रोसेस से बचने के लिए अब ये वेबसाइट्स सोशल लॉगिन का इस्तेमाल करती हैं जिसमे ना के बराबर ही समय लगता है.
सोशल लॉगिन कैसे काम करता है? How Social Login Works in hindi?
जब यूजर आपकी वेबसाइट या एप्लीकेशन जहाँ सोशल लॉगिन उपस्थित है, में विजिट करता है तो वो रजिस्ट्रेशन या लॉगिन करने के लिए अपनी इच्छा अनुसार सोशल नेटवर्क सेलेक्ट करता है. वो सोशल नेटवर्क कोई भी हो सकता है जैसे के फेसबुक लॉग इन, Instagram, Twitter लॉग इन, LinkedIn ] इन.
- मान लीजिये आपने Sign Up with Facebook बटन पर क्लिक किया. अब आप उस वेबसाइट से facebook(dot)com पर रिडाइरेक्ट हो जाते हैं और जांच होती है की आप पहले से फेसबुक पर लॉगिन हैं या नहीं. अगर आप उस समय फेसबुक पर लॉगिन नहीं होते तो वो आपको फेसबुक पर username, password भर कर फेसबुक लॉग इन होने के संकेत देता है.
- एक बार लॉगिन करने क बाद ये आपको एक डायलाग बॉक्स दिखता है जो आपको ये बताने के लिए होती है के आप उस थर्ड पार्टी वेबसाइट के साथ अपनी कौन कौन सी इनफार्मेशन शेयर करने जा रहे हैं. अगर आप उस शेयर होने वाली इनफार्मेशन से सहमत हैं तो आप continue बटन पर क्लिक कर देते हैं. यदि आप थर्ड पार्टी वेबसाइट के साथ शेयर की जाने वाली जानकारी से सहमत नहीं हैं तो आप options को बदल सकते हैं.
3. फेसबुक लॉग इन : अब फेसबुक आपको ऑथेंटिकेशन कोड के साथ थर्ड पार्टी वेबसाइट पर पहुंचा देता है. ये कोड मूल रूप से वेबसाइट को ये बताने का तरीका है के हाँ इस व्यक्ति का मेरे पास वैध अकाउंट है. इसके बाद थर्ड पार्टी वेबसाइट को आपकी कुछ इनफार्मेशन लेने की अनुमति मिल जाती है जो ज्यादातर नाम, आपका पता, ईमेल एड्रेस, जेंडर आदि होता है.
इस तरह नया यूजर आपकी एप्लीकेशन में रजिस्टर हो जाता है और साथ ही लॉगिन भी हो जाता है.
सोशल लॉगिन के फायदे: Advantages of Social Login
- सोशल लॉगिन का सबसे बड़ा फायदा रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को तेज़ करना है. विजिटर चाहे कुछ खरीदने के लिए आया हो या फिर रजिस्ट्रेशन के लिए आया हो उसके द्वारा की गयी एक्स्ट्रा एफर्ट कन्वर्शन रेट को काम कर देती है. इसी लिए अगर आपकी वेबसाइट पर कोई भी सोशल लॉगिन लगा है तो विजिटर कुछ ही क्लिक्स में लॉगिन कर लेता है.
- पुराने रजिस्ट्रेशन प्रोसेस से तुलना करें तो सोशल लोगिंस द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाने से आप अपने विजिटर को अच्छी तरह जान पाते हैं.
- आम तोर पर यूसर्स अपने प्रोफाइल को अपने द्वारा इस्तेमाल लिए जाने वाले ज्यादातर ऍप्लिकेशन्स में अपडेट नहीं रखते लेकिन सोशल एकाउंट्स के साथ बात कुछ अलग है. यूसर्स अपने सोशल एकाउंट्स को अपडेट रखते हैं और वो अपडेटेड इनफार्मेशन ही सोशल लॉगिन द्वारा वेबसाइट तक पहुँचती है.
- कई खातों के साथ लोगों को सभी लॉगिन डिटेल्स याद रख पाना मुश्किल होता है. जब वह सोशल लॉगिन का उपयोग करते हैं तो उन्हें नयी लॉगिन की डिटेल्स याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती.
- जब आप अपने यूसर्स को स्पेशल चुना हुआ डाटा प्रदान करते हैं तो आप सोशल लॉगिन (Social Login) की मदद से प्रोफाइल और सोशल डाटा इकठा कर सकते हैं. प्रोफाइल और सोशल डाटा से हमारा मतलब नाम, ईमेल, पताm पसंदीदा चीज़ें, उनके काम की जानकारी या फेर दोस्तों की जानकारी. ये सब तरह का डाटा इकठा करने की ऑप्शन सोशल लॉगिन प्रोवाइड करता है.
- क्योकि अब आपके पास अधिक विजिटर डाटा है तो अब आपके विजिटर का अनुभव ज्यादा व्यक्तिगत हो सकता है.
- यदि आपकी वेबसाइट अभी ज्यादा प्रसिद्ध नहीं है तो आप फेसबुक , इंस्टाग्राम या ट्विटर जैसे Logos की सहायता से अपने विसिटर्स को परिचित आराम और भरोसे की भावना प्रदान कर सकते हैं.
- जब यूसर्स को अपना username और password याद ही नहीं रखने पड़ते तो जाहिर है login डिटेल्स भरने में की जाने वाली गलतियां कम होंगी और इस से कम लॉगिन फ़ैल होंगे. बस ये सब इस शरत पे कि यूजर को ये याद रखना पड़ेगा के उसने पहले किस सोशल अकाउंट से लॉगिन किया था.
सोशल लॉगिन के नुक्सान. Social Login Disadvantages
- लोग अक्सर अपने व्यक्तिगत डेटा का सही तरीके से उपयोग करने के लिए कंपनी (वेबसाइट) पर पूरी तरह से भरोसा नहीं करते हैं। वे नहीं चाहते कि कोई कंपनी अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर बेकार (कंपनी) जानकारी पोस्ट करे और वे चिंतित हैं कि वे स्पैम हो जाएंगे।
- ऐसे लोग भी हैं जो कई कारणों की वजह से सोशल मीडिया का प्रयोग नहीं करते और उनका कोई सोशल मीडिया अकाउंट नहीं होता. अगर कोई वेबसाइट केवल सोशल लॉगिन का ही इस्तेमाल करती है तो वो वेबसाइट ऐसे लोगो से वांछित रह जाएगी.
- कुछ लोग जब अपना सोशल मीडिया अकाउंट बनाते हैं तो वह सटीक जानकारी का उपयोग नहीं करते हैं या वह उस ईमेल का उपयोग ही नहीं करते हैं जिसके साथ वो रजिस्टर करते हैं.
- कुछ संस्थाओं में जैसे की लाइब्रेरी, स्कूल या कॉलेज में सोशल मीडिया इस्तेमाल करने पर रोक होती है या सोशल नेटवर्किंग साइट्स को ब्लॉक किया होता है| ऐसी जगहों पर सोशल लॉगिन का इस्तेमाल नहीं हो सकता| ऐसे ही कुछ देशों में भी कुछ सोशल नेटवर्किंग साइट्स बैन हैं.
- मान लीजिये पहले आप किसी वेबसाइट पर फेसबुक लॉगिन के द्वारा रजिस्टर्ड थे और किन्ही कारणों के कारण आपको अपना फेसबुक अकाउंट डीएक्टिवेट करना पड़ा तो अब उस वेबसाइट पर आपका अकाउंट भी डीएक्टिवेट हो जायेगा.
- अगर कोई यूजर एक ही तरह के सोशल प्रोफाइल से लॉगिन नहीं करता (उदाहरण के तोर पर फेसबुक या इंस्टाग्राम) तो इसकी संभावना ज्यादा है के वो भूल जायेगा के उसने की सोशल नेटवर्क से रजिस्ट्रेशन किया हुआ है.
- यदि इनमे से किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट का डाटा हैक (चोरी) हो जाता है तो वे लॉगिन करने के लिए उपयोग किये जाने वाले सभी अकाउंट भी प्रभावित होंगे.
अगर आपको इसके बार में ओर जानकारी चाहिए या आपके पास इस टॉपिक पर कोई ओर सुझाव है तो आप कमेंट सेक्शन में हमारे साथ साँझा कर सकते हैं.
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